ज्ज़बात है...मेरे अंतर्मन का...कुछ कहने का...कुछ कर दिखाने का...ज्ज़बात है..मेरे बचपन का..मेरी जवानी का...मेरी पत्रकारिता का....ज्ज़बात है...मेरी कलम का...मेरी सोच का..मेरे हौसलें का..ज्ज़बात है...नयापन दिखाने का...ऊँची उड़ान का...सच के साथ चलने का...ज्ज़बात है..मेरे अपनेपन का....जो है...आपके साथ...आपके लिए...हमेशा....ज्ज़बात एक खबरनवीस का....
No comments:
Post a Comment