Tuesday, June 12, 2012

ज्ज़बात ए ख़बरनवीस: meri tarah lapata

ज्ज़बात ए ख़बरनवीस: meri tarah lapata

meri tarah lapata

हर पते पर कोई न कोई मिल जायेगा,
मेरी तरह लापता दो चार लोग होते है...
  • कि इंसान के मरने पर इंसान रोयेंगे, 
कुछ खुशनसीब होते है जिनके मरने पर आसमान रोते है।
मेरी तरह दो ...
  • चराग जलाना उनके लिए आसान है बहुत, 
जिनके घर पत्थरों के होते है।
मेरी तरह दो ...
  • हँसता बहुत है संसार अजूबों को देखकर, 
 ताजमहल है जिसे देखकर चाहत वालों के दिल रोते है।
मेरी तरह दो चार लोग होते है...

Thursday, February 16, 2012

मैं एक शराबी हूँ।...

                                                                     मैं एक शराबी हूँ।...
मेरे मरने पर तुम क्या करोगे
मुझे दफ्नाओगे की जलाओगे
क्योंकि मैं न हिन्दू, न मुसलमान
मैं एक शराबी हूँ, बताओ कंहा ले जाओगे...
  •  किस्से पूछोगे मेरा नाम पता
कंहा दुदोगे कौन है मेरा माता-पिता
क्या पत्थरों से बाँध कर मुझे गंगा में बहाओगे...
          मैं एक शराबी हूँ...
  •  जो भी मारा उसके लिए कुछ न कुछ बना है
किसी के नाम पर चोराहा, किसी के नाम पर धर्मशाला
क्या मेरे नाम पर मयखाना खुलबयोगे
          मैं एक शराबी हूँ...
  •  पोलिसे पूछेगी तो क्यों गवाही देगा
किसके घर मातम मानेगा, कौन गीता फातिया पड़ेगा
क्या धर्म के नाम पर मेरे मृत शारीर के टुकड़े करोगे
          मैं एक शराबी हूँ, बताओ कंहा ले जाओगे...???